एक बेहतर नींद के लिए मेलाटोनिन हार्मोंस कितना जरूरी है इसके सप्लीमेंट लेना चाहिए या नहीं
हाल ही में मैंने एक खबर पढी जिसमें बताया गया कि अमेरिका में माता-पिता अपने बच्चों को बेहतर नींद के लिए मेलाटोनिन (melatonin) के सप्लीमेंट देते हैं। जबकि यह बहुत खतरनाक होता है ऐसा इसलिए क्योंकि मेलाटोनिन हमारे सोने जागने के चक्र को प्रभावित करता है। इतनी छोटी सी उम्र में जब बच्चों का दिमाग विकसित होने का समय होता है उस समय अगर हम ऐसे सप्लीमेंट दें रही है जो उनके दिमाग के लिए सही नहीं है। तब यह बेहद खतरनाक साबित होता है।• रात्रि में बिस्तर पर पेशाब करना,
• दिमागी संतुलन बिगड़ना,
• बोलचाल में बदलाव,
• हार्मोनल चेंजेज,
• चिड़चिड़ापन आदि देखा गया।
इस खबर से हमें इतना तो पता चल गया कि मेलाटोनिन (melatonin) सप्लीमेंट ज्यादा मात्रा में लेना या लगातार लेना हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
यह सिर्फ बच्चों के लिए नहीं बड़ों के लिए भी नुकसान दायक होता है।
भाई जब हम इस हार्मोंस को अपने डेली रूटीन में कुछ चेंज करके अपने आप ही बढ़ा सकते हैं तो हम सप्लीमेंट क्यों ले।
आखिर यह मेलाटोनिन है क्या तो चलिए जानते हैं
मेलाटोनिन (melatonin) क्या है
मेलाटोनिन (melatonin) पीनियल ग्रंथि (pineal gland) द्वारा निर्मित एक हार्मोन (hormone) है, जो नींद के चक्र (सोने जागने का चक्र) को नियंत्रित करता है।
मेलाटोनिन (melatonin) का उपयोग -
• अल्जाइमर रोग,
• बेंजोडियाजएपीन और निकोटिन की वापसी के
• अनिद्रा (insomnia) और
• नींद से संबंधित समस्याओं (sleep disorder) के लिए किया जाता है
मेलाटोनिन (melatonin) ऐसा हार्मोन है जो हमारा मस्तिष्क अंधेरे की प्रतिक्रिया में पैदा करता है
तो चलिए जानते हैं मेलाटोनिन (melatonin) हार्मोन को बूस्ट करने के कुछ सबसे आसान उपाय
• सुबह की धूप लें
सुबह की धूप लेना हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। अगर आप सुबह की नींद लेते हैं, तो इससे मेलाटोनिन हार्मोन का स्तर शरीर में बढ़ता है जिससे हमें रात में बेहतर नींद आती है।
• व्यायाम (exercise) करें
व्यायाम (exercise) हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इससे हमारे शरीर में हैप्पी हारमोंस बूस्ट होते हैं और स्ट्रेस हारमोंस को कम करने मे मदद् करता है। व्यायाम करने से हम अपने शरीर में मेलाटोनिन (melatonin) के स्तर को बढ़ाते है जिससे हमें रात में बेहतर नींद आती है।
• सोने के 2-3 घंटे पहले भोजन कर ले
अगर आप शाम के समय भोजन कर लेते हैं, तो यह आसानी से पच जाता है और शरीर में मेलाटोनिन (melatonin) को स्रावित करने के लिए पीनियल ग्रंथि (pineal gland) को सक्रिय करता है
• रात के समय चाय या कॉफी ना ले
अगर आप रात के समय चाय या कॉफी और कैफीन युक्त पर पदार्थ लेते हैं तो यह हमारे मेलाटोनिन (melatonin) के स्तर को काम करता है जिससे हमें रात्रि में नींद ना आने की समस्या होती है
• अंधेरा
सोने के आधे घंटे पहले अपने रूम में अंधेरा कर ले। यह मेलाटोनिन (melatonin) हार्मोन ऐसा हार्मोन है जो आपका मस्तिष्क अंधेरे की प्रतिक्रिया में पैदा करता है
• स्क्रीन से दूरी
सोने से कम से कम 1 घंटे पहले टीवी, कंप्यूटर और स्मार्ट फोन जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल बंद कर दे।
इनसे हमारी आंखों पर भी बुरा असर पड़ता है और इनके ज्यादा इस्तेमाल से शरीर में मेलाटोनिन (melatonin) के स्तर मे गिरावट आती है जिससे हमें नींद आने में समस्या होती है।
Nice
जवाब देंहटाएंThanks
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